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पीलीभीत जिले में बारिश से राहत किसानों के चहरे खिलें

धान एवं गन्ने के लिए वरदान साबित हुई बारिश

*पीलीभीत जिले में बारिश से राहत, किसानों के चेहरे खिले*

 

*जिले में गन्ना, धान की फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई।*

 

पीलीभीत जिले में कई दिनों से पड़ रही भीषण गर्मी से पूरनपुर तहसील क्षेत्र के लोगों को राहत मिली। किसानों ने भी धान की रोपाई शुरू कर दी है। जिले में सामान्य बरसात हुई। पिछले कुछ दिनों में गर्मी का पारा चढ़ता जा रहा था। रोजाना धूप के तल्ख तेवर किसानों की मेहनत पर भारी पड़ रहे थे। बारिश न होने के कारण किसान परेशान थे। गन्ने की फसलें सूख रही थी। धान की रोपाई भी प्रभावित हो रही थी। नहरों में पानी व बिजली न आने से किसान परेशान थे। सोमवार से मौसम में बदलाव आया और उसके बाद बूंदाबांदी का शुरू हुआ सिलसिला कुछ देर बाद जोरदार बारिश में बदल गया।बरसात न होने से जमीन सूखी पड़ी हुई थी। जब बरसात हुई तो खेतों में नमी पहुंच गई। कुछ ही देर बाद बरसात बंद भी हो गई। इससे शहर सहित कहीं पर भी जलभराव की समस्या उत्पन्न हुई। आज़ जिले में जोरदार बरसात होने से कई जगहों पर जलभराव हो गया। बारिश होते ही किसानों के चेहरे खिल उठे। वह अपने खेतों पर पहुंचकर धान की रोपाई की तैयारी में जुट गए है। गन्ना, धान की फसलों के लिए बारिश वरदान साबित हुई।कम दिनों कि बारिश के कारण धान की रोपाई में विलंब हुआ है। ऐसे में किसान 90 से 100 दिन की अवधि वाली धान की प्रजातियों का चयन करें। कम वर्षा को देखते हुए जिन खेतों की जमीनें ऊंची हैं, जहां पानी कम रुकता है। वह किसानों को 90 दिन वाले धान की रोपाई करनी चाहिए जिसके कारण पानी की भी बचत होगी और किसान की आर्थिक सुरक्षा व्यवस्था बनी रहेगी पीलीभीत जिले में बारिश होने से किसानों को बड़ी राहत मिली है सुख में धान की रोपाई की जा रही थी किस इंजन से रुपए कर रहा था बारिश होने से किस को बड़ी राहत मिली गन्ने की फसल लगातार सूख रही थी हर तीसरे दिन गाने के खेत में पानी लगाया जा रहा था उसके उपरांत भी फसल सूख रही थी किसानों का कहना है कि गाने की फसल को बारिश से बहुत बड़ा फायदा हुआ।

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